Table of Contents
कैंसर के 13 लक्षण जो दिखते हैं मामूली, लेकिन हो सकते हैं जानलेवा

आजकल आपको अपने आस-पास किसी न किसी के अंदर कैंसर के लक्षण देखने को मिल जाते होंगे। क्योंकि यह एक ऐसी बीमारी है जो एक बार किसी भी शरीर में घुस जाती है तो उसके बाद यह आपका पीछा नहीं छोड़ती है। आपको यह चीज़ तो अच्छे से पता ही होगी कि अगर किसी को भी कैंसर की बिमारी हो जाती है तो उससे बच कर निकल जाना बहुत ही मुश्किल है।
अगर आप भी इस कैंसर की बिमारी से बचना चाहते है तो आज में आपको इस आर्टिकल में कैंसर के 13 लक्षण बताने वाला हूँ। जो दिखते तो बहुत ही मामूली है लेकिन कुछ दिनों बाद यही जानलेवा बन जाते है। अगर आप कैंसर से जुडी किसी भी समस्या से दूर रहना चाहते है तो यह लक्षण जरूर पढ़े।
कैंसर के 13 जानलेवा लक्षण
अब हम आपको कैंसर के 13 जानलेवा लक्षण बताने वाले है। अगर आपको इसमें से कोई भी लक्षण अपने शरीर में महसूस होता है तो तुरंत डॉक्टर या हॉस्पिटल में जाकर चेकउप करवाए।
1. त्वचा में कोई बदलाव या नया तिल या दाग-धब्बा
अगर आपकी त्वचा पर कोई नया तिल, निशान या दाग दिखाई दे रहा है, या पहले से मौजूद तिल का रंग, आकार या बनावट बदल रही है, तो यह एक चेतावनी हो सकती है। खासकर अगर वह तिल के रंग में असमानता हो, या अचानक बढ़ने लगे, तो यह त्वचा कैंसर का संकेत हो सकता है।
यह ज़रूरी है कि ऐसे किसी भी बदलाव को नज़रअंदाज़ न करें। डॉक्टर से मिलें और अगर ज़रूरत हो तो बायोप्सी करवाई जाती है, जिससे यह पता चल सकता है कि वह कोशिकाएं कैंसरयुक्त हैं या नहीं।
2. लगातार खांसी या खून के साथ खांसी
आज कल सर्दी-जुकाम के कारण खांसी होना आम बात है, लेकिन अगर खांसी तीन हफ्तों से ज़्यादा समय तक बनी रहे और दवाइयों से भी न जाए, तो यह चिंता वाली बात हो सकती है। खासकर अगर खांसी के साथ बलगम में खून आए या सांस लेने में तकलीफ हो, तो यह फेफड़ों के कैंसर का लक्षण हो सकता है।धूम्रपान करने वालों को इस ओर और ज़्यादा सावधान रहना चाहिए। ऐसी स्थिति में डॉक्टर बलगम की जांच, एक्स-रे या सीटी स्कैन करवाकर यह पता लगाते हैं कि फेफड़ों में कोई गांठ या संक्रमण तो नहीं है। जल्दी जांच कराने से बीमारी को शुरुआती चरण में ही पकड़ सकते है।
3. स्तनों में बदलाव या गांठ बनना
अगर स्तनों में कोई गांठ महसूस होती है, त्वचा सिकुड़ती है, निप्पल से डिस्चार्ज होता है, या कोई दर्द हो रहा है, तो यह स्तन कैंसर का लक्षण हो सकता है। हालांकि सभी गांठें कैंसर नहीं होतीं, लेकिन जांच करवाना ज़रूरी होता है।
डॉक्टर शारीरिक परीक्षण के अलावा मैमोग्राम, अल्ट्रासाउंड या बायोप्सी की सलाह दे सकते हैं ताकि सही कारण का पता लगाया जा सके।
4. लगातार पेट फूलना या भारीपन महसूस होना
अगर आपका पेट हमेशा भारी, भरा हुआ या फूला हुआ महसूस होता है, और यह समस्या लगातार बनी रहती है, तो यह विशेष रूप से महिलाओं के लिए खतरे का संकेत हो सकता है। यह डिम्बग्रंथि (ओवरी) के कैंसर का लक्षण हो सकता है, खासकर अगर इसके साथ थकान, पीठ में दर्द या भूख में भी कमी हो।
5. पेशाब करने में दिक्कत या बदलाव होना
अगर पेशाब बार-बार आता है, या पेशाब करते समय बहुत जलन या कमजोरी महसूस होती है, तो यह प्रोस्टेट से जुड़ी समस्या हो सकती है। उम्र बढ़ने के साथ यह आम बात हो सकती है, लेकिन लगातार परेशानी हो तो इसे गंभीरता से लेना चाहिए। क्युकी यह लक्षण कभी-कभी प्रोस्टेट कैंसर का भी संकेत हो सकते हैं।
6. लिम्फ नोड्स में सूजन या गांठ
अगर आपकी गर्दन, बगल या शरीर के किसी हिस्से में गांठ या सूजन हो रही है जो बिना दर्द के है और लंबे समय तक बनी हुई है, तो यह लिम्फोमा या ल्यूकेमिया जैसी गंभीर बीमारियों का संकेत है।
आमतौर पर लिम्फ नोड्स संक्रमण के कारण सूज जाते हैं और कुछ समय बाद ठीक हो जाते हैं। लेकिन अगर सूजन बनी रहे या धीरे-धीरे बढ़ रही हो, तो डॉक्टर को दिखाना ज़रूरी है। वे खून की जांच या बायोप्सी के जरिए कारण जान सकते हैं।
7. अंडकोष में बदलाव या भारीपन महसूस होना
अगर पुरुषों को अपने अंडकोष में किसी प्रकार की गांठ, सूजन या भारीपन महसूस हो रहा है, तो इसे गंभीरता से लेना चाहिए। यह वृषण कैंसर (टेस्टिकुलर कैंसर) का एक सामान्य लक्षण हो सकता है।
डॉक्टर शारीरिक जांच के साथ-साथ अल्ट्रासाउंड टेस्ट करके पता लगा सकते हैं कि कोई गांठ या ट्यूमर है या नहीं। शुरुआती जांच से इस कैंसर का इलाज पूरी तरह संभव होता है, इसलिए लापरवाही न करें।
8. निगलने में परेशानी या खाना फंसना
अगर खाने पीने में लगातार परेशानी हो रही है, ऐसा लगे कि कुछ गले में अटक रहा है या निगलने में दर्द हो रहा है। तो यह गले या अन्नप्रणाली के कैंसर का संकेत हो सकता है। यह विशेष रूप से तब चिंताजनक होता है जब समस्या समय के साथ बढ़ती जाए।
9. असामान्य योनि रक्तस्राव
मासिक धर्म के अलावा अगर खून आ रहा है, यौन संबंध के बाद ब्लीडिंग हो रही है, या पीरियड्स बहुत ज़्यादा दिन चल रहे हैं, तो यह गर्भाशय या सर्वाइकल कैंसर का संकेत हो सकता है।
डॉक्टर पैप स्मीयर, अल्ट्रासाउंड, या कोलपोसकोपी जैसे टेस्ट के ज़रिए यह देख सकते हैं कि ब्लीडिंग का कारण क्या है। अगर समय पर इलाज किया जाए, तो इन बीमारियों का इलाज काफी हद तक संभव है।
10. मुंह में घाव या सफेद/लाल धब्बे
मुंह के अंदर अगर कोई घाव, सफेद या लाल धब्बा है जो दो हफ्तों से ज़्यादा समय तक ठीक नहीं हो रहा है, तो यह माउथ कैंसर का संकेत हो सकता है। यह लक्षण खासकर तंबाकू चबाने या धूम्रपान करने वालों में ज़्यादा देखा जाता है।
11. बिना कारण वजन कम होना
अगर आप बिना कोई डाइट या एक्सरसाइज के अचानक वजन कम कर रहे हैं, तो यह आंत, पेट या अग्न्याशय (पैंक्रियाज) के कैंसर का लक्षण हो सकता है। कभी-कभी शरीर में कैंसर कोशिकाएं ऊर्जा की खपत बढ़ा देती हैं, जिससे वजन तेजी से घटने लगता है।
डॉक्टर खून की जांच, सीटी स्कैन या एंडोस्कोपी करके यह जानने की कोशिश कर सकते हैं कि वजन घटने की असली वजह क्या है। अगर वजन कम होने के साथ थकावट, कमजोरी या भूख में कमी भी हो रही हो, तो ये और भी कैंसर के गंभीर संकेत हो सकते हैं।
12. सीने में जलन या लगातार पाचन में दिक्कत
कभी-कभी खाना खाने के बाद हल्की जलन या पाचन में दिक्कत होना सामान्य हो सकता है, लेकिन अगर यह लगातार बनी रहे और दवाइयों से भी आराम न मिले, तो यह पेट के कैंसर से जुड़ा संकेत हो सकता है।
खासतौर पर अगर खाने के बाद जलन, गैस, या उल्टी जैसा महसूस होता है और पेट में असहजता बनी रहती है, तो डॉक्टर से जांच कराना ज़रूरी है। डॉक्टर एंडोस्कोपी या अन्य टेस्ट करके सही वजह जान सकते हैं।
13. लगातार थकान या कमजोरी
अगर आप अच्छी नींद लेने, ठीक से खाने और आराम करने के बाद भी लगातार थकान या कमजोरी महसूस कर रहे हैं, तो यह सामान्य नहीं है। यह ल्यूकेमिया, कोलन या पेट के कैंसर से जुड़ा लक्षण हो सकता है।
शरीर में खून की कमी, पोषण की कमी या कैंसर कोशिकाओं की वजह से शरीर कमजोर हो जाता है और थकावट बनी रहती है। इस स्थिति में डॉक्टर से मिलकर ब्लड टेस्ट और ज़रूरत हो तो अन्य जांच करवाना ज़रूरी होता है।
आज ही परामर्श लें
आज के आर्टिकल में हमने आपको कैंसर के 13 लक्षण के बारे में बताया जो दिखते तो बहुत ही मामूली है लेकिन यह जानलेवा भी हो सकते है। अगर आपको कैंसर के इन 13 लक्षणों मे से कोई भी अपने शरीर मे महसूस होता है तो आप तुरंत Oncare Hospital मे जाकर डॉक्टर से बात करे क्युकी यह इंडिया का सबसे बढ़िया कैंसर अस्पतालों मे से एक अस्पताल है । अब आप इस आर्टिकल को अपने घर और दोस्तों के साथ शेयर जरूर करे जिसके उनको भी इसके बारे में जानकारी रहे।
Frequently Asked Questions
नहीं, हर गांठ या सूजन का मतलब कैंसर नहीं होता। कई बार यह सामान्य संक्रमण, चोट या हार्मोनल बदलाव की वजह से भी हो सकती है। लेकिन अगर कोई गांठ लंबे समय तक बनी रहती है, उसमें दर्द न हो, या उसका आकार बढ़ता जाए, तो डॉक्टर से जांच करवाना ज़रूरी है।
हाँ, कैंसर को अगर शुरुआती चरण में पहचान लिया जाए तो उसका इलाज बहुत हद तक सफल हो सकता है। यही वजह है कि शरीर में किसी भी अजीब लक्षण को नज़रअंदाज़ न करें और समय पर डॉक्टर से सलाह लें। समय पर जांच ही जान बचा सकती है।
स्वस्थ जीने का तरीका अपनाना सबसे अहम है — जैसे तंबाकू और धूम्रपान से दूर रहना, संतुलित आहार लेना, नियमित व्यायाम करना, तनाव को कम करना और समय-समय पर मेडिकल चेकअप करवाना। इसके अलावा शरीर में कोई भी असामान्य बदलाव दिखे तो देर न करते हुए डॉक्टर से मिलें।