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मेटास्टेटिक कैंसर क्या है? जानिए यह कैसे फैलता है शरीर में
आजकल कैंसर के मामले लगातार बढ़ रहे है, कैंसर आज के समय की सबसे गंभीर बीमारी बन चुका है। कैंसर का नाम सुनते ही दिल और दिमाग में डर का एहसास पैदा हो जाता है। लेकिन अगर आप सही समय पर इलाज और कुछ सावधानियां बरतते है, तो आप इस गंभीर बीमारी से जीत सकते है।
कैंसर जब अपने शुरुआती चरण से अन्य में फैल चुका होता है तो उसे मेटास्टेटिक कैंसर कहा जाता है। हर व्यक्ति को मेटास्टेटिक कैंसर के प्रति जागरूक होना बहुत जरूरी है। आज के इस आर्टिकल में हम विस्तार से जानेंगे कि मेटास्टेटिक कैंसर क्या है, यह कैसे फैलता है, इसके लक्षण क्या है, और इसको दूर रखने के लिए कौन-सी सावधानियां बरते।
मेटास्टेटिक कैंसर क्या है?
Metastatic cancer in hindi वह कैंसर होता है जो शुरुआती जगह से फैल कर शरीर के अन्य हिस्सों में फैल चुका होता है। उदाहरण के लिए अगर किसी को अग्नाशय कैंसर (Pancreatic Cancer) है और कैंसर वाली कोशिकाएं हड्डियों और लीवर तक फैल जाती है, तो यह मेटास्टेटिक अग्नाशय कैंसर कहलाता है। यानी नए अंगों पर कैंसर की कोशिकाएं अपनी जड़ फैलाना शुरू कर देती है। मेटास्टेटिक कैंसर को आमतौर पर कैंसर का चौथा स्टेज कहा जाता है।
शरीर के अलग-अलग हिस्सों में मेटास्टेटिक कैंसर कैसे फैलता है
मेटास्टेटिक कैंसर सबसे गंभीर रूप माना जाता है, इसमें यह शुरुआती जगह तक सीमित न रहकर पूरे शरीर में फैलने लगता है। कैंसर का फैलना एक बहुत ही जटिल प्रक्रिया है। कैंसर कैसे फैलता है यह समझने के लिए आपको यह जानना जरूरी है कि कोशिकाएं किस तरह काम करती है। हमारे शरीर में कोशिकाएं एक समय और नियम से काम करती है, नई कोशिकाएं बनती है और पुरानी वाली अपने आप मरती रहती है। लेकिन जब शरीर में कैंसर प्रवेश करता है, तो इसमें कोशिकाएं समय और नियम को तोड़ कर अनियंत्रित होकर बढ़ने लगती है। जब यह कोशिकाएं बढ़ती जाती है तो इनके गांठे बनने लगती है, जो कैंसर बनने का शुरुआती प्रोसेस है। कैंसर शरीर के अलग - अलग हिस्सों में कैसे फैलता है इसकी प्रक्रिया नीचे दी गई है:
1. खून (Bloodstream)
कैंसर कोशिकाएं हमारे “Blood Vessels” में प्रवेश करती है, और खून के साथ बहाव में शरीर के अन्य हिस्सों में फैलती जाती है। शरीर के अन्य हिस्सों में फैल कर यह वहां भी गांठ या ट्यूमर का रूप ले लेती है।
2. लसिका तंत्र (Lymphatic System)
हमारे शरीर में Lymph System सुरक्षा का काम करता है, यह हमारे शरीर की बीमारियों से लड़ता है। लेकिन यह कैंसर की कोशिकाएं फैल हुए Lymph Fluid में भी प्रवेश कर जाती है, और इसके जरिए पूरे शरीर में फैल जाती है।
3. पास के अंगों में फैलाव
कैंसर की कोशिकाएं जब पूरी तरह से एक हिस्सों को डैमेज कर देती है, तो वह उसके आसपास के हिस्सों के टिश्यू को भी प्रभावित करती है। जैसे पेट का कैंसर पेट के आस - पास के हिस्सों के टिश्यू को भी डैमेज कर देता है, और ऐसे ही यह फैलता जाता है।
4. रक्त बनाने वाले हिस्से में फैलाव
कुछ ऐसे कैंसर होते है जैसे कि ल्यूकेमिया और लिंफोमा जो सीधे हमारे हड्डियों के गुदे जिसे “Bone Marrow” कहते है उन्हें प्रभावित करते है। Bone Marrow शरीर का ऐसा हिस्सा होते है, जहां खून की कोशिकाएं जैसे कि लाल रक्त कोशिकाएं, और सफेद रक्त कोशिकाएं बनती है। जब कैंसर इस हिस्से में पहुंचता है, तो खून बनने की प्रक्रिया में इससे गड़बड़ी आती है।
5. माइक्रोमेटास्टेसिस
कभी - कभी कैंसर की कोशिकाएं शरीर में कुछ हिस्सों में जमा होकर सीधा कैंसर नहीं बनाती। वह उस नए हिस्से में जाकर सोई हुई हालत में हो जाती है, और उस हिस्से में सालों तक छिपी हुई रह सकती है। लेकिन जब उसे हिस्से का माहौल अचानक से बिगड़ता है, तो यह कैंसर कोशिकाएं अपने आप सक्रिय हो जाती हैं, और ट्यूमर बनाने लगती हैं। यही कारण है कि कैंसर का इलाज अच्छे से हो जाने के बावजूद भी यह बीमारी फिर से लौट आती है।
6. इम्यून सिस्टम में फैलाव
हमारे शरीर में जब कोई भी बीमारी प्रवेश करती है, तो हमारा इम्यून सिस्टम उस बीमारी से हमारी रक्षा करता है। इम्यून सिस्टम कैंसर वाली कोशिकाओं को पहचान कर उनको खत्म कर देता है। लेकिन मेटास्टेटिक कैंसर की कोशिकाएं बहुत चालक होती है, यह अपनी सतह पर बदलाव कर लेता जिससे इम्यून सिस्टम इन्हें सामान्य कोशिका समझ लेता है। इस कारण इम्यून सिस्टम कैंसर कोशिकाओं को पहचान नहीं पाता और यह शरीर में फैलते जाते है, और ट्यूमर बनाते रहते है।
आम हिस्से जहाँ मेटास्टेटिक कैंसर फैलता है
1: हड्डियां
जब हड्डियों तक कैंसर पहुंचता है तो हड्डियों में दर्द, फैक्टर और कमजोरी आने जैसी समस्या होती है।
2: फेफड़े
जब कैंसर फैलते हुए हमारे फेफड़ों (Lungs) तक पहुंचता है तो इससे हमें सांस लेने में परेशानी, खांसी, सीने में दर्द और जलन जैसी समस्या होती है।
3: लीवर
जब कैंसर की कोशिकाएं लीवर तक पहुंच जाती है तो लीवर में गड़बड़ी आने लगती है, जिसके कारण पीलिया, पेट दर्द, भूख न लगना और वजन कम होने जैसे समस्या आती है।
4: दिमाग
दिमाग हमारे पूरे शरीर को नियंत्रित करता है, इसलिए जब दिमाग में कैंसर की कोशिकाएं पहुंचती है तो इससे पूरा शरीर प्रभावित होता है। इससे सारा दिन सिरदर्द, चक्कर आना, बोलने में समस्या आना और कमजोरी महसूस होने जैसे समस्याएं आती है।
फैलने की प्रक्रिया
● सबसे पहले जिस हिस्से में कैंसर होता है, उस हिस्से की कोशिकाएं वहां से बाहर निकलती है।
● यह कैंसर वाली कोशिकाएं खून और Lymph Fluid में प्रवेश करती है।
● खून और Lymph Fluid के सहारे से यह कैंसर वाली कोशिकाएं अन्य दूसरे अंगों में जाकर जम जाती है।
● उस नए अंग पर जाकर कैंसर वाली कोशिकाएं वहां भी गांठ या ट्यूमर बनाना शुरू कर देती है।
● ऐसे ही कैंसर देखते ही देखते पूरे शरीर में फैलता जाता है, और शरीर खराब हो जाता है।
मेटास्टेटिक कैंसर के लक्षण
मेटास्टेटिक कैंसर के लक्षण हर अंग में अलग - अलग देखे जाते है, यानी यह अंग पर इस कैंसर के लक्षण निर्भर करते है। लेकिन यहां मेटास्टेटिक कैंसर के कुछ सामान्य लक्षण दिए गए है:
● हमसे थका हुआ और कमजोर महसूस करना
● वजन में तेजी से गिरावट आना
● अचानक भूख में कमी आना
● लगातार बिना वजह पसीना आना
● हड्डियों और पीठ में दर्द होना
अगर फेफड़ों में कैंसर फैला हुआ है तो:
● हमेशा खांसी की समस्या होगी
● खांसी में खून आना
● सांस लेने में तकलीफ होना
● कम काम या कोई काम न करने पर भी सांस का फूलना
अगर कैंसर लीवर में फैला हुआ है तो:
● पीलिया होना
● पेट में सूजन आना
● भूख कम लगना
अगर कैंसर दिमाग में फैला हुआ है तो:
● सिर में दर्द
● दौरे पड़ना
● चक्कर आना
● संतुलन बिगड़ना
आज ही परामर्श लें
मेटास्टेटिक कैंसर रोगी के लिए एक बड़ी चुनौती की तरह है, जो रोगी और उसके परिवार की कड़ी परीक्षा लेता है। लेकिन जागरूकता, सही समय पर इलाज और लक्षणों की पहचान करके आप इस बीमारी से जीत सकते हैं। कैंसर का मतलब जीवन का अंत नहीं है यह एक बीमारी है और इसका इलाज संभव है। इससे जीतने के लिए मरीज को हिम्मत और सकारात्मक सोच रखना बेहद जरूरी है। अच्छे इलाज और हौसले के साथ आप एक बेहतर जीवन जी सकते हैं। सबसे ज़रूरी है एक संतुलित जीवनशैली अपनाना, जो आपको बीमारियों से लड़ने में मदद करती है। यदि आप मेटास्टेटिक कैंसर से जूझ रहे हैं या कोई लक्षण महसूस कर रहे हैं, तो Oncare Hospital में परामर्श लें। यहां अनुभवी विशेषज्ञों, आधुनिक तकनीक और समर्पित देखभाल के साथ आपको मिलेगा भरोसेमंद इलाज और उम्मीद भरा जीवन।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
मेटास्टेटिक कैंसर वह स्थिति होती है जब कैंसर एक अंग से फैलकर शरीर के अन्य हिस्सों तक पहुंच जाता है, जैसे लीवर, फेफड़े या दिमाग।
थकान, वजन कम होना, हड्डियों में दर्द, सांस की दिक्कत, सिरदर्द और पीलिया इसके सामान्य लक्षण हो सकते हैं।
कैंसर की कोशिकाएं खून, लसिका तंत्र या आसपास के अंगों के जरिए शरीर के अन्य हिस्सों में फैलती हैं।
यह कैंसर का चौथा चरण होता है, इलाज कठिन हो सकता है लेकिन सही इलाज और देखभाल से जीवन की गुणवत्ता बेहतर की जा सकती है।
स्वस्थ जीवनशैली अपनाना, धूम्रपान और शराब से बचना, समय-समय पर जांच कराना और शरीर के बदलावों पर ध्यान देना जरूरी है।
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