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पुरुषों और महिलाओं में गले के कैंसर के लक्षण: जानिए कैसे होते हैं अलग-अलग संकेत?

गले का कैंसर एक गंभीर बीमारी है जो गले के अलग-अलग हिस्सों जैसे आवाज की नली, खाने की नली या गले की परत में हो सकता है। यह तब होता है जब गले की कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं। शुरुआत में इसके लक्षण हल्के होते हैं, जैसे गले में दर्द, आवाज़ का बैठ जाना या निगलने में दिक्कत, इसलिए कई लोग इसे मामूली समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन अगर समय पर इलाज न हो तो यह बीमारी बोलने, खाने और सांस लेने में बड़ी परेशानी कर सकती है।
यह बीमारी अब पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं में भी तेजी से बढ़ रही है। पुरुषों में गले के कैंसर के लक्षण जल्दी और साफ़ दिखते हैं, इसलिए उन्हें जल्दी पहचान लिया जाता है, जबकि महिलाओं में लक्षण धीरे-धीरे और कम दिखाई देते हैं, जिससे बीमारी देर से पकड़ में आती है। इसलिए, गले में लक्षण लंबे समय तक बने रहें तो डॉक्टर से तुरंत जांच कराना बहुत जरूरी है ताकि समय पर सही इलाज शुरू किया जा सके और बीमारी को बढ़ने से रोका जा सके।
गले का कैंसर क्या होता है?
गले का कैंसर एक बीमारी है जो गले की अंदर की कोशिकाओं में शुरू होती है। इसका मुख्य कारण धूम्रपान (जैसे बीड़ी या सिगरेट पीना), ज़्यादा शराब पीना, और गले में HPV नाम के वायरस का इन्फेक्शन हो सकता है। इसके अलावा, मुंह और गले की सही सफाई न करना, और बहुत ज़्यादा मसालेदार या गर्म चीजें खाना भी गले को नुकसान पहुंचा सकता है।
इस बीमारी के लक्षणों में गले में लगातार दर्द, आवाज़ में बदलाव, निगलने में परेशानी या गले में गांठ आना भी शामिल हो सकते हैं। अगर ऐसे लक्षण लंबे समय तक बने रहें, तो डॉक्टर से तुरंत जांच करवाना ज़रूरी है। गले के कैंसर से बचने के लिए धूम्रपान और शराब से दूर रहें, मुंह की सफाई हमेशा रखें।
गले के कैंसर के आम लक्षण (जो महिलाओं और पुरुषों दोनों में हो सकते हैं):
गले का कैंसर होने पर कुछ शुरुआती संकेत दिख सकते हैं जिन्हें नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए। सबसे आम लक्षण है आवाज़ में बदलाव – जैसे कि आवाज़ भारी हो जाना, बैठ जाना या हमेशा गले में खराश जैसा महसूस होना। अगर आपकी आवाज़ बिना ठंड या खांसी के लगातार खराब बनी रहे, तो यह ध्यान देने वाली बात है।
इसके अलावा, गले में लगातार खराश या जलन रहना, जैसे गले में कुछ चुभ रहा हो या जल रहा हो, खाना या पानी निगलते समय दर्द होना या गले में अटकने जैसा लगना, यह भी एक सामान्य लक्षण है। कई लोगों को लगातार खांसी आती है जो लंबे समय तक ठीक नहीं होती।
एक और गंभीर संकेत है बिना किसी कारण के वजन कम होना। अगर आपकी डाइट ठीक है लेकिन फिर भी वजन अचानक घट रहा है, तो यह किसी अंदरूनी बीमारी का संकेत हो सकता है। साथ ही, गर्दन में सूजन या गांठ बनना, जिसे छूने पर महसूस किया जा सके, यह भी गले के कैंसर का लक्षण हो सकता है।
अगर इन लक्षणों में से कोई भी लगातार बना रहे, तो बिना देर किए डॉक्टर से मिलना ज़रूरी है। जल्दी जांच और इलाज से बीमारी पर काबू पाया जा सकता है।
पुरुषों में गले के कैंसर के लक्षण
आवाज़ जल्दी खराब या बैठ जाना
जब गले में कोई समस्या होती है तो आवाज़ जल्दी खराब हो जाती है। मतलब आपकी आवाज़ कमजोर, भारी या भरी-भरी लगने लगती है। बात करते वक्त आवाज़ टूटने लगती है या अचानक चली जाती है। यह आवाज़ बैठने जैसा भी हो सकता है, जिससे बोलना मुश्किल हो जाता है।
गले में तेज दर्द या जलन होना
गले में लगातार तेज दर्द या जलन बनी रहती है, जैसे गले में कुछ जल रहा हो या चुभ रहा हो। यह दर्द कभी-कभी खाने-पीने या बोलने पर और बढ़ जाता है। इस वजह से गले में बेचैनी बहुत होती है।
खाना निगलने में दिक्कत या दर्द होना
जब गले में कैंसर होता है, तो खाना या पानी निगलना मुश्किल हो सकता है। ऐसा लगता है जैसे कुछ गले में अटक गया हो या निगलने में जलन हो रही हो। इससे खाना खाते वक्त दर्द या तकलीफ महसूस होती है।
आसानी से थक जाना और कमजोरी महसूस करना
बिना किसी बड़ी मेहनत के जल्दी थक जाना या शरीर में कमजोरी महसूस होना। जैसे आप पहले जो काम आसानी से कर लेते थे, अब करने में मुश्किल लगने लगे।
तंबाकू और शराब का ज़्यादा सेवन लक्षणों को तेज कर देता है
अगर कोई व्यक्ति ज्यादा तंबाकू, बीड़ी, सिगरेट या शराब का सेवन करता है, तो गले की समस्या जल्दी बढ़ जाती है। ये आदतें गले की कोशिकाओं को जल्दी नुकसान पहुंचाती हैं, जिससे कैंसर जल्दी हो सकता है।
मुंह या गले से खून आना
कभी-कभी गले या मुंह से खून आने लगता है, जो बहुत गंभीर लक्षण है। इससे पता चलता है कि गले में अंदरूनी चोट या सूजन हो गई है। इसे कभी भी हल्के में न लें।
गर्दन में सूजन या गांठ महसूस होना
गर्दन के नीचे या दोनों तरफ किसी भी तरह की सूजन या गांठ महसूस हो सकती है। ये गांठें हाथ से छूकर महसूस होती हैं और धीरे-धीरे बढ़ सकती हैं। यह कैंसर का संकेत हो सकता है।
महिलाओं में गले के कैंसर के लक्षण
लक्षण धीरे-धीरे बढ़ते हैं
महिलाओं में गले के कैंसर के लक्षण जल्दी नहीं दिखते, बल्कि धीरे-धीरे बढ़ते हैं। इसलिए शुरू में इसे पहचानना मुश्किल होता है और लोग इसे छोटी-सी समस्या समझकर नजरअंदाज कर देते हैं।
निगलने में हल्की तकलीफ या दर्द
जब खाना या पानी पीते हैं तो हल्की-सी तकलीफ या जलन महसूस होती है। यह दर्द ज्यादा नहीं होता, इसलिए महिलाएं इसे ज्यादा गंभीरता से नहीं लेतीं।
गले में हल्का-सा दर्द या खराश महसूस होना
गले में थोड़ी देर तक हल्का दर्द या खराश बनी रहती है। यह दर्द कभी-कभी बढ़ जाता है, लेकिन फिर भी कई बार लोग इसे सर्दी या एलर्जी समझ लेते हैं।
गर्दन में छोटी-छोटी गांठें बनना
गर्दन पर छोटी-छोटी गांठें दिख सकती हैं, जो धीरे-धीरे बड़ी होती हैं। यह गांठें छूने पर महसूस होती हैं, लेकिन कई बार महिलाओं को ये गांठें पता ही नहीं चलतीं या वे इसे गंभीरता से नहीं लेतीं।
आवाज़ में थोड़ा बदलाव आना
आवाज़ धीरे-धीरे कमजोर या बैठने लगती है, लेकिन यह बदलाव पुरुषों के मुकाबले धीमे और कम होता है। इसे भी कई बार अनदेखा कर दिया जाता है।
बार-बार खांसी या गले में खराश बनी रहना
लंबे समय तक गले में खराश या खांसी बनी रहती है जो सही इलाज के बिना ठीक नहीं होती।
थकान और कमजोरी महसूस करना
रोजाना के काम करते हुए जल्दी थक जाना, शरीर में कमजोरी महसूस करना और पहले से कम ताकत लगना।
लक्षणों को मामूली समझकर नजरअंदाज करना
महिलाएं अक्सर इन समस्याओं को छोटी-छोटी चीज़ें समझ कर डॉक्टर के पास नहीं जातीं, जिससे बीमारी आगे बढ़ जाती है। इसलिए गले में कोई भी परेशानी ज्यादा समय तक बनी रहे, तो डॉक्टर से जांच कराना जरूरी है।
पुरुषों और महिलाओं के लक्षणों में मुख्य फर्क
लक्षण | पुरुषों में | महिलाओं में |
---|---|---|
आवाज़ में बदलाव | जल्दी और ज़्यादा होता है | धीरे-धीरे और कम होता है |
गले का दर्द | तेज़ और साफ दर्द होता है | हल्का दर्द होता है जो लंबे समय तक रहता है |
निगलने में तकलीफ | जल्दी और ज्यादा महसूस होती है | बाद में धीरे-धीरे महसूस होती है |
गांठ या सूजन | जल्दी दिखती है और जल्दी बढ़ती है | धीरे-धीरे बनती है और धीरे-धीरे बढ़ती है |
थकान और कमजोरी | जल्दी महसूस होती है | धीरे-धीरे बढ़ती है |
खून आना | कभी-कभी मुंह या गले से खून आ सकता है | आमतौर पर कम होता है |
खांसी | लगातार और तेज़ खांसी | धीरे-धीरे और कम बार होती है |
गले के कैंसर की जांच और इलाज कैसे होता है?
अगर आपको ऊपर बताए गए लक्षण लंबे समय तक हो रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए। डॉक्टर आपकी जांच के लिए कुछ खास तरीके अपनाते हैं, जैसे:
- एंडोस्कोपी: गले के अंदर देखने के लिए एक छोटा कैमरा इस्तेमाल किया जाता है, जिससे गले की हालत ठीक से देखी जा सके।
- स्कैन: शरीर के अंदर की तस्वीरें लेने के लिए CT या MRI स्कैन करवाया जाता है, ताकि पता चले कि कैंसर कितना फैला है।
- बायोप्सी: अगर कहीं गांठ या संदिग्ध हिस्सा हो, तो उसकी थोड़ी सी जांच के लिए टिशू का नमूना लिया जाता है, जिससे पता चलता है कि कैंसर है या नहीं।
इलाज के तरीके:
- दवाइयां और कीमोथेरेपी से कैंसर कोशिकाओं को खत्म किया जाता है।
- रेडिएशन (किरणों) का इस्तेमाल कैंसर सेल्स को मारने के लिए किया जाता है।
- अगर ज़रूरत पड़े तो सर्जरी कर के कैंसर वाली जगह को निकाला जाता है।
गले के कैंसर से बचने के आसान तरीके
- तंबाकू, बीड़ी, सिगरेट और शराब से पूरी तरह बचें। ये चीज़ें गले के कैंसर का सबसे बड़ा कारण हैं।
- रोज़ाना गुनगुना पानी पिएं और गले को साफ रखें, इससे गले की सफाई बनी रहती है।
- हेल्दी खाना खाएं, जैसे ताजे फल, सब्जियां और पानी ज्यादा पिएं ताकि आपका शरीर स्वस्थ रहे।
- समय-समय पर डॉक्टर से चेकअप कराते रहें ताकि कोई भी समस्या जल्दी पकड़ में आ सके।
- डॉक्टर से HPV वैक्सीन के बारे में पूछें, क्योंकि यह कुछ खास वायरस से होने वाले गले के कैंसर से बचाव करता है।
आज ही परामर्श लें
पुरुषों और महिलाओं में गले के कैंसर के लक्षण थोड़े अलग हो सकते हैं। लेकिन अगर किसी को लंबे समय तक गले में दर्द, आवाज में बदलाव या गर्दन में गांठ महसूस हो, तो उसे इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। ऐसे मामलों में जल्द से जल्द Oncare Hospital जैसे भरोसेमंद अस्पताल में जाकर डॉक्टर से जांच करवाना बहुत जरूरी है। सही समय पर जांच और इलाज से इस बीमारी को पूरी तरह ठीक किया जा सकता है।
Frequently Asked Questions
गले के कैंसर के शुरुआती लक्षणों में आवाज का बैठ जाना, गले में लगातार दर्द, निगलने में तकलीफ, खांसी जो बहुत दिन तक ठीक न हो, और गर्दन में गांठ या सूजन शामिल हैं।
पुरुषों में ये लक्षण जल्दी और तेज दिखते हैं, जैसे आवाज का जल्दी बैठ जाना और तेज दर्द। महिलाओं में लक्षण धीरे-धीरे आते हैं और हल्के होते हैं, जैसे गले में हल्का दर्द और निगलने में थोड़ी तकलीफ।
अगर गले में दर्द या आवाज बदलने जैसे लक्षण दो-तीन हफ्ते से ज्यादा बने रहें, तो तुरंत डॉक्टर से जांच कराएं। जल्दी पहचान से इलाज आसान और सफल होता है।
तंबाकू, सिगरेट और शराब से बचें, गले की सफाई का ध्यान रखें, हेल्दी खाना खाएं, और नियमित डॉक्टर से जांच करवाते रहें। ये उपाय गले के कैंसर से बचाव में मदद करते हैं।