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सिर और गर्दन के कैंसर के लक्षण: जीवनशैली से जुड़े संकेत

सिर और गर्दन का कैंसर, जिसे हेड एंड नेक कैंसर भी कहते हैं, यह कैंसर हमारे शरीर के कुछ खास हिस्सों में होता है जैसे मुंह, गला, होंठ, नाक, साइनस (नाक के पास की जगह), लार बनाने वाली ग्रंथियाँ और आवाज़ निकालने वाला हिस्सा (larynx)। इस कैंसर की कोशिकाएं बहुत तेज़ी से बढ़ सकती हैं और पास के अंगों को भी नुकसान पहुँचा सकती हैं।
भारत में सिर और गर्दन से जुड़ा कैंसर काफी तेजी से बढ़ रहा है। इसका सबसे बड़ा कारण हमारी जीवनशैली यानी रोज़ की आदतें हैं। अगर कोई तम्बाकू, गुटखा या पान खाता है, ज़्यादा शराब पीता है, मसालेदार खाना ज़्यादा खाता है, मुँह की सफाई नहीं करता या HPV वायरस से संक्रमित है तो उसे इस कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
शुरुआत में इसके लक्षण बहुत हल्के होते हैं, इसलिए लोग इसे मामूली बीमारी समझकर नज़रअंदाज़ कर देते हैं। इस वजह से इलाज में देरी हो जाती है। लेकिन अगर शुरुआत में ही लक्षण पहचान लिए जाएं, तो इलाज करना आसान हो जाता है और बीमारी से ठीक होने की संभावना भी बढ़ जाती है।
इस लेख में हम जानेंगे कि neck cancer symptoms in Hindi, यानी सिर और गर्दन के कैंसर के लक्षण क्या होते हैं, ये जीवनशैली से कैसे जुड़े हैं, किन बातों पर सावधानी रखनी चाहिए, और क्या उपाय किए जा सकते हैं ताकि इस बीमारी से बचा जा सके।
सिर और गर्दन के कैंसर के प्रकार
सिर और गर्दन के कैंसर अलग-अलग हिस्सों में विकसित हो सकते हैं, और इनका वर्गीकरण इस पर निर्भर करता है कि कैंसर की शुरुआत शरीर के किस भाग से हुई है। नीचे प्रमुख प्रकार दिए गए हैं:
- मुंह का कैंसर (Oral Cancer): यह जीभ, मसूड़ों, होंठों के अंदरूनी हिस्से, गालों की अंदरूनी परत और तालु को प्रभावित करता है। इसका एक सामान्य लक्षण मुंह में न भरने वाला घाव है।
- गले का कैंसर (Pharyngeal Cancer): यह गले की तीन मुख्य भागों – नासॉफैरिंक्स (नाक के पीछे), ऑरोफैरिंक्स (मुंह के पीछे का भाग) और हाइपोफैरिंक्स (गले का निचला हिस्सा) में हो सकता है।
- स्वरयंत्र कैंसर (Laryngeal Cancer): यह आवाज बनाने वाले भाग (स्वर यंत्र) में होता है और आवाज में बदलाव इसका पहला संकेत हो सकता है।
- नाक-साइनस कैंसर (Nasal & Paranasal Cancer): यह नाक और उसके आस-पास की हड्डी में होता है, जिससे सांस लेने में दिक्कत और खून आना हो सकता है।
- लार ग्रंथि का कैंसर (Salivary Gland Cancer): यह दुर्लभ प्रकार का कैंसर होता है, जो चेहरे, जबड़े या कान के पास की लार ग्रंथियों में विकसित होता है।
सिर और गर्दन का कैंसर: सामान्य लक्षण
सिर और गर्दन का कैंसर एक ऐसी स्थिति है जिसमें मुंह‑गला‑नाक‑स्वरयंत्र आदि हिस्सों की कोशिकाएँ असामान्य रूप से बढ़ने लगती हैं। शुरुआत में ये लक्षण हल्के होते हैं और अक्सर सामान्य संक्रमण या अन्य मामूली समस्याओं से मिलते‑जुलते रहते हैं। लेकिन यदि लक्षण लगातार 2‑3 हफ्तों से ज़्यादा समय तक बने रहें, तो उन्हें अनदेखा न करें। नीचे कुछ आम neck cancer symptoms in hindi, सिर और गर्दन के कैंसर के लक्षण दिए गए हैं जिन्हें जानना ज़रूरी है:
- गले या गर्दन में गांठ या सूजन: गर्दन या गले में एक छोटी‑सी गांठ महसूस हो सकती है। शुरुआत में दर्द नहीं हो सकता, लेकिन समय के साथ सूजन बढ़ सकती है। यह लिम्फ नोड्स की सूजन हो सकती है जो कैंसर फैलने का संकेत देती है।
- मुंह में घाव जो ठीक नहीं होते: जीभ, होंठ, मसूड़े या मुंह की अंदरूनी झिल्लियों में कोई छाला या घाव हो जो घरेलू उपाय करने पर भी ठीक न हो।
- निगलने में कठिनाई या दर्द: खाना, पानी या निगलने वाली किसी भी चीज़ को निगलते समय गले में दर्द, कष्ट या अटकने जैसा महसूस होना आम लक्षण है।
- आवाज़ में बदलाव या भारीपन: आवाज़ लगातार खराश हो जाना, बोलने में बदलाव आना या आवाज भारी‑भारी महसूस होना। कभी‑कभी स्वरयंत्र (larynx) प्रभावित होने पर आवाज पूरी तरह अलग हो सकती है।
- कान का दर्द या सुनने में कमी: कान में दर्द, बजना (tinnitus), सुनने में कमी, या कान बंद महसूस होना। विशेषकर यदि कान की साफ‑सफाई ठीक है और संक्रमण नहीं लगता।
- नाक से खून आना या नाक बंद होना: लगातार नाक बहना, नाक बंद होना, साइनस का संक्रमित होना या नाक से खून आना भी चेतावनी वाले लक्षण हैं।
- दांतों का ढीला होना: अचानक दांतों में झड़ने जैसा अनुभव, जबड़े में अस्थिरता, दांतों के पीछे दर्द आदि। कभी‑कभी जबड़ों का आकार बदलने या कुर्सियों पर बैठने‑उठने में असमर्थता महसूस हो सकती है।
- अनचाहा वजन कम होना: बिना डाइट में बदलाव किए, बिना ज्यादा व्यायाम किए, वजन में गिरावट होना। क्योंकि खाने‑पीने में समस्या, दर्द या असहजता होने से कैलोरी कम हो सकती है।
- मुंह में सफेद या लाल धब्बे: मुंह की भीतरी सतहों पर सफेद‑लाल पैच बनना, जो ठीक नहीं हो रहें हों। ये पैच कभी‑कभी कैंसर के पहले चरण का संकेत होते हैं।
- खाने में अटकना, चबाने में दिक्कत: भोजन गले में अटकने जैसा महसूस होना, चबाने में दर्द या कठिनाई आना, जबड़े खोलने‑बंद करने में समस्या होना। ये संकेत हो सकते हैं कि गले या मुंह के अंदर ट्यूमर बढ़ रहा है।
अन्य संकेत और गंभीर लक्षण
- मुँह से लगातार बदबू आना या स्वाद में बदलाव होना।
- चेहरे या गर्दन की मांसपेशियों में कमजोरी या असमर्थता, जिसके कारण मुँह खोलना‑बंद करना मुश्किल हो।
- साइनस संक्रमण जो जल्दी ठीक न हो या सर्दी‑जुकाम जैसा महसूस हो लेकिन एंटीबायोटिक से आराम न मिले।
जीवनशैली से जुड़े संकेत और खतरे
सिर और गर्दन के कैंसर के कई मामलों में यह पाया गया है कि बीमारी के पीछे कुछ जीवनशैली से जुड़ी आदतें ज़िम्मेदार होती हैं। यदि इन जोखिमों को समझा जाए और समय रहते उनमें सुधार किया जाए, तो इस कैंसर के होने की संभावना को काफी हद तक कम किया जा सकता है। नीचे कुछ मुख्य खतरे और कारण बताए गए हैं:
1. तम्बाकू, गुटखा और पान का सेवन
तम्बाकू चबाना, गुटखा खाना या सिगरेट/बीड़ी पीना सिर और गर्दन के कैंसर का सबसे बड़ा कारण है। यह विशेष रूप से मुंह, जीभ और गले के कैंसर से जुड़ा होता है।
2. शराब का अत्यधिक सेवन
जो लोग नियमित रूप से ज्यादा मात्रा में शराब पीते हैं, उनमें कैंसर का खतरा और बढ़ जाता है। तम्बाकू और शराब का साथ में सेवन करना इस खतरे को कई गुना बढ़ा देता है।
3. HPV वायरस संक्रमण
Human Papillomavirus (HPV), खासकर ओरल सेक्स या असुरक्षित यौन संबंधों से गले और मुंह में संक्रमण कर सकता है, जिससे कैंसर का खतरा होता है।
4. मुंह की साफ-सफाई की कमी
मुंह, दांत और मसूड़ों की सही देखभाल न करना संक्रमण को जन्म देता है, जो लंबे समय में कैंसर में बदल सकता है।
5. गलत खान-पान और पोषण की कमी
फल, सब्ज़ियाँ, फाइबर और पोषक तत्वों की कमी से शरीर की प्रतिरक्षा क्षमता कमजोर होती है, जिससे संक्रमण और कैंसर का खतरा बढ़ता है।
6. शारीरिक गतिविधि की कमी और मोटापा
बैठे‑बैठे दिन बिताना, व्यायाम न करना और अधिक वजन भी एक जोखिम है।
7. प्रदूषित वातावरण और जहरीले रसायन
कारखानों, खनन या निर्माण क्षेत्रों में काम करने वाले लोग, जहाँ धूल, रसायन और गैसें होती हैं, उनमें जोखिम और अधिक होता है।
आज ही परामर्श लें
Neck cancer symptoms in Hindi यानी सिर और गर्दन के कैंसर के लक्षण पर ध्यान देना हर व्यक्ति के लिए बेहद ज़रूरी है। यदि आप नीचे दिए गए संकेतों में से कोई लक्षण महसूस कर रहे हैं जैसे गले में गांठ, घाव जो ठीक न हो, आवाज में बदलाव, निगलने में दिक्कत, कान या चेहरे में दर्द तो इसे नजरअंदाज़ न करें। तुरंत डॉक्टर से जांच करवाएँ।
सिर और गर्दन के कैंसर के उन्नत इलाज के लिए आप Oncare Hospital में विशेषज्ञों से परामर्श ले सकते हैं। यहां अत्याधुनिक तकनीक, अनुभवी डॉक्टर और समर्पित देखभाल की सुविधा उपलब्ध है जिससे मरीजों को बेहतर इलाज और जल्द स्वस्थ होने का अवसर मिलता है।
Frequently Asked Questions
गले में गांठ, मुंह में न भरने वाला घाव, निगलने में परेशानी, आवाज में बदलाव और कान में दर्द इसके शुरुआती लक्षण हो सकते हैं।
हाँ, तम्बाकू और गुटखा का सेवन सिर और गर्दन के कैंसर का सबसे बड़ा कारण माना जाता है, खासकर मुंह और गले के कैंसर में।
नहीं, यह किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है, विशेषकर यदि वह तम्बाकू, शराब आदि का सेवन करता है या HPV वायरस से संक्रमित होता है।
लक्षणों के आधार पर डॉक्टर शारीरिक जांच, एंडोस्कोपी, बायोप्सी, और इमेजिंग टेस्ट (CT/MRI स्कैन) करवाते हैं जिससे सटीक निदान हो सके।
यदि समय पर पहचान और इलाज हो जाए तो यह कैंसर ठीक किया जा सकता है। इलाज में सर्जरी, रेडिएशन या कीमोथेरेपी शामिल हो सकती है।